‘बंदूक, पत्थरों में भविष्य नहीं, लैपटॉप उठाएं और आगे बढ़ें’- कश्मीरी युवाओं से बोले गृहमंत्री अमित शाह

Jammu and Kashmir: कई परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए, शाह ने कहा कि जिन लोगों ने कश्मीरी युवाओं को बंदूकें और पत्थर सौंपे, वे कभी भी घाटी के युवाओं के शुभचिंतक नहीं थे.

Jammu and Kashmir News: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कश्मीरी युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि घाटी की युवा पीढ़ी का भविष्य बंदूकों और पत्थरों में नहीं बल्कि भारतीय और वैश्विक बाजार में है जो उनकी प्रतिभा का इंतजार कर रहा है. कई परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए, शाह ने कहा कि जिन लोगों ने कश्मीरी युवाओं को बंदूकें और पत्थर सौंपे, वे कभी भी घाटी के युवाओं के शुभचिंतक नहीं थे.

लैपटॉप उठाएं और आगे बढ़ें

गृहमंत्री ने कहा, ‘कश्मीरी युवाओं का भविष्य बंदूकों और पत्थरों में नहीं है. लैपटॉप उठाएं और आगे बढ़ें क्योंकि बड़े भारतीय और वैश्विक बाजारों में बड़े अवसर आपका इंतजार कर रहे हैं. हम आपकी प्रतिभा का इंतजार कर रहे हैं. मैं कश्मीरी युवाओं से बदलाव का हिस्सा बनने का आग्रह करता हूं.’

शाह ने कहा कि पिछले कुछ सालों में कश्मीर में काफी बदलाव आया है. उन्होंने कहा, ‘स्कूल बंद होने, हड़ताल के आह्वान और विस्फोटों पर नियंत्रण कर लिया गया है और शांति का माहौल है. पिछले साल 1.88 करोड़ पर्यटकों ने कश्मीर का दौरा किया.’

शाह ने बताया, पिछली बार जब वह कश्मीर गए थे, तो कई लोगों ने उनसे शिकायत की थी कि उन्हें टैक्सी नहीं मिल सकीं. उन्होंने कहा, ‘मैं सुनिश्चित करता हूं कि उचित सुरक्षा सत्यापन के बाद प्रत्येक व्यक्ति टैक्सी पाने का हकदार है. एक नियम था कि केवल वे ही लोग नई टैक्सियों के हकदार हैं जिनके पिता या दादा पर टैक्सियां बकाया हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं है.’

इन तीन परिवारों ने नहीं पनपने दिया लोकतंत्र
गांधी, अब्दुल्ला और मुफ्तियों पर कटाक्ष करते हुए शाह ने कहा कि इन तीन परिवारों को कभी भी जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को पनपने नहीं दिया गया. उन्होंने कहा, ‘70 साल तक यहां कभी पंचायत चुनाव नहीं हुए. बदलाव सुनिश्चित करने के लिए इच्छा शक्ति की जरूरत है और यह इच्छाशक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिखाई, जिन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाया कि जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव हों और लोकतंत्र जम्मू-कश्मीर के हर गांव तक पहुंचे.'

लोगों से यह पूछते हुए कि उन्होंने कश्मीर में कोई नया होटल कब बनते देखा है, गृह मंत्री ने कहा कि पर्यटकों की भारी भीड़ के रहने के लिए, घाटी में होटलों के कमरे की क्षमता अगले पांच वर्षों में तीन गुना बढ़ जाएगी. उन्होंने कहा, ‘पर्यटकों को ठहराने में हमें किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा.’

छोटी-छोटी योजनाओं से हो राह है लोगों का फायदा
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहली बार जम्मू-कश्मीर के लोगों को कई छोटी-छोटी योजनाओं से फायदा हो रहा है. ‘पिछले 70 वर्षों में किसानों को उनके खातों में कभी कोई पैसा नहीं मिला, लेकिन जम्मू-कश्मीर के 12.43 लाख किसानों को उनके खातों में सालाना 6000 रुपये मिल रहे हैं.’

शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लिए पैसा कभी कोई मुद्दा नहीं था, लेकिन यह कभी भी सही व्यक्ति तक नहीं पहुंचा और भ्रष्टाचार के कारण करोड़ों रुपये बर्बाद हो गये. उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के राजनेताओं ने विदेशों में आलीशान घर खरीदे हैं और वे हर साल सर्दियां विदेश में बिताते हैं.’

आज कश्मीर में शीर्ष संस्थान हैं
शाह ने कहा कि आज कश्मीर में एम्स, आईआईएम और आईआईटी समेत शीर्ष संस्थान हैं, जिसका लाभ लोग उठा रहे हैं. गृह मंत्री ने घोषणा की कि डल झील और टैटू मैदान कश्मीर के पर्यटन के प्रमुख आकर्षण होंगे जहां हर भारतीय श्रीनगर जाना पसंद करेगा.

अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा के व्यक्तिगत प्रयासों के कारण यह आयोजन एक बड़ी सफलता बनाया. उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में कश्मीर में जो बदलाव आया है, उसे वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित किया जाना चाहिए और जी-20 सबसे अच्छा मंच बन गया है.’

अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की
शाम को शाह श्रीनगर में वितस्ता महोत्सव में शामिल हुए. उन्होंने शाम को श्रीनगर में उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति विशेषकर श्री अमरनाथ जी की वार्षिक तीर्थयात्रा की व्यवस्था की उच्च स्तरीय समीक्षा की. श्री अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो रही है और 31 अगस्त तक कुल 62 दिन तक चलेगी.

 

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