Tips: ऑफिस, घर और पैरेंटिंग एकसाथ करना है मैनेज, कैसे होगा? तीनों में बैलेंस बनाने के बहुत काम आएंगे ये टिप्स

 Work And Home Balance: आजकल की बढ़ती जरूरतों के कारण दोनों पेरेंट वर्किंग होते हैं. ऐसे में काम, घर और बच्चों की परवरिश के बीच बैलेंस बैठाना काफी मुश्किल हो जाता है. आइए जानते हैं कि होम, ऑफिस और पेरेंटिंग एक साथ कैसे हैंडल करें.

Professional And Personal Life Balance: आजकल मॉडर्न लाइफ स्टाइल मेंटेंन करने के लिए माता-पिता दोनों का नौकरी पेशा या कामकाजी होना जरूरी है. ऐसे में शादीशुदा कपल को अपनी पर्सनल लाइफ और प्रोफेशनल लाइफ में तालमेल बैठाने में बहुत दिक्कते आती हैं.

कपल्स के साथ ये समस्या अक्सर देखी जा सकती है कि वे घर पर ध्यान देते हैं तो काम में पिछड़ जाते हैं और घर और ऑफिस मैनेज कर भी लिया तो बच्चों को वक्त नहीं दे पाते. इन तीनों को ही बराबरी का अटेंशन देना जरूरी है. यहां जानिए कौन सी छोटी-छोटी, लेकिन जरूरी बातों का ध्यान रखकर आप इन तीनों को बैलेंस कर सकते हैं. 

तैयार करें डे प्लान 
ऑफिस, घर और पैरेंटिंग इन तीनों एरिया को बैलेंस करने के लिए सबसे पहला कदम है रोजाना का प्लान पहले ही तैयार कर लें. ऑफिस में क्या-क्या करना है, घर में खाना क्या बनेगा और तैयारी क्या करनी है, बच्चों के सामान और हाउस हेल्प के कौन से काम निपटाने हैं, ये सब एक दिन पहले ही सोचकर रखें. इस काम से जुड़े व्यक्ति को भी पहले ही बता दें ताकि आपका उस दिन का मिशन पूरा होने में कई रुकावट न आए. 

गोल होने चाहिए रिएलिस्टिक
आपके दिन भर के काम हों, ऑफिस के टारगेट या फिर बच्चों से जुड़े कोई भी काम जासे कि उनकी पढ़ाने या उन्हें एक्स्ट्रा क्लासेस ले जाना हो, ये सब प्लान एक दिन पहले ही बना लें. इस बात को ध्यान में रखें कि आप जो भी गोल्स बना रहे हों वो रिएलिस्टिक होना चाहिए.

काम को सही तरीके से पूरा करने का पहला कदम है कि जब योजना बनाएं तो आपको उसमें सफलता भी मिले, वरना सब बेकार और कांफिडेंस कम होगा वो अलग. ऐसे ही कामों की ही योजना बनाएं जो तीनों जिम्मेदारियों के बीच पूरे किए जा सकें.

न बनें वन मैन आर्मी
जब माता-पिता दोनों कामकाजी होते हैं जरूरी है कि जिम्मेदारियां भी दोनों उठाएं. ये इन तीनों एरिया में तालमेल बैठाने का एक बेहतर तरीका भी है. अकेले ही सब करने से कई काम बिगड़ जाते हैं, जिससे काम तो बढ़ता है और फस्ट्रेशन भी होने लगती है.

ऐसे में अपने पार्टनर के साथ बैठकर इस मुद्दे पर बात करें और जिम्मेदारियां बांट लें. अगर घर में और भी सदस्य रहते हैं तो उनके साथ भी काम बांट लें. इससे आपके लिए ऑफिस, घर और पैरेंटिंग इन तीनों एरिया को बैलेंस करना आसान हो जाएगा.

तैयार करें डे प्लान 
ऑफिस, घर और पैरेंटिंग इन तीनों एरिया को बैलेंस करने के लिए सबसे पहला कदम है रोजाना का प्लान पहले ही तैयार कर लें. ऑफिस में क्या-क्या करना है, घर में खाना क्या बनेगा और तैयारी क्या करनी है, बच्चों के सामान और हाउस हेल्प के कौन से काम निपटाने हैं, ये सब एक दिन पहले ही सोचकर रखें. इस काम से जुड़े व्यक्ति को भी पहले ही बता दें ताकि आपका उस दिन का मिशन पूरा होने में कई रुकावट न आए. 

गोल होने चाहिए रिएलिस्टिक
आपके दिन भर के काम हों, ऑफिस के टारगेट या फिर बच्चों से जुड़े कोई भी काम जासे कि उनकी पढ़ाने या उन्हें एक्स्ट्रा क्लासेस ले जाना हो, ये सब प्लान एक दिन पहले ही बना लें. इस बात को ध्यान में रखें कि आप जो भी गोल्स बना रहे हों वो रिएलिस्टिक होना चाहिए.

काम को सही तरीके से पूरा करने का पहला कदम है कि जब योजना बनाएं तो आपको उसमें सफलता भी मिले, वरना सब बेकार और कांफिडेंस कम होगा वो अलग. ऐसे ही कामों की ही योजना बनाएं जो तीनों जिम्मेदारियों के बीच पूरे किए जा सकें.

न बनें वन मैन आर्मी
जब माता-पिता दोनों कामकाजी होते हैं जरूरी है कि जिम्मेदारियां भी दोनों उठाएं. ये इन तीनों एरिया में तालमेल बैठाने का एक बेहतर तरीका भी है. अकेले ही सब करने से कई काम बिगड़ जाते हैं, जिससे काम तो बढ़ता है और फस्ट्रेशन भी होने लगती है.

ऐसे में अपने पार्टनर के साथ बैठकर इस मुद्दे पर बात करें और जिम्मेदारियां बांट लें. अगर घर में और भी सदस्य रहते हैं तो उनके साथ भी काम बांट लें. इससे आपके लिए ऑफिस, घर और पैरेंटिंग इन तीनों एरिया को बैलेंस करना आसान हो जाएगा.

तैयार करें डे प्लान 
ऑफिस, घर और पैरेंटिंग इन तीनों एरिया को बैलेंस करने के लिए सबसे पहला कदम है रोजाना का प्लान पहले ही तैयार कर लें. ऑफिस में क्या-क्या करना है, घर में खाना क्या बनेगा और तैयारी क्या करनी है, बच्चों के सामान और हाउस हेल्प के कौन से काम निपटाने हैं, ये सब एक दिन पहले ही सोचकर रखें. इस काम से जुड़े व्यक्ति को भी पहले ही बता दें ताकि आपका उस दिन का मिशन पूरा होने में कई रुकावट न आए. 

गोल होने चाहिए रिएलिस्टिक
आपके दिन भर के काम हों, ऑफिस के टारगेट या फिर बच्चों से जुड़े कोई भी काम जासे कि उनकी पढ़ाने या उन्हें एक्स्ट्रा क्लासेस ले जाना हो, ये सब प्लान एक दिन पहले ही बना लें. इस बात को ध्यान में रखें कि आप जो भी गोल्स बना रहे हों वो रिएलिस्टिक होना चाहिए.

काम को सही तरीके से पूरा करने का पहला कदम है कि जब योजना बनाएं तो आपको उसमें सफलता भी मिले, वरना सब बेकार और कांफिडेंस कम होगा वो अलग. ऐसे ही कामों की ही योजना बनाएं जो तीनों जिम्मेदारियों के बीच पूरे किए जा सकें.

न बनें वन मैन आर्मीब माता-पिता दोनों कामकाजी होते हैं जरूरी है कि जिम्मेदारियां भी दोनों उठाएं. ये इन तीनों एरिया में तालमेल बैठाने का एक बेहतर तरीका भी है. अकेले ही सब करने से कई काम बिगड़ जाते हैं, जिससे काम तो बढ़ता है और फस्ट्रेशन भी होने लगती है.

ऐसे में अपने पार्टनर के साथ बैठकर इस मुद्दे पर बात करें और जिम्मेदारियां बांट लें. अगर घर में और भी सदस्य रहते हैं तो उनके साथ भी काम बांट लें. इससे आपके लिए ऑफिस, घर और पैरेंटिंग इन तीनों एरिया को बैलेंस करना आसान हो जाएगा.

तैयार करें डे प्लान 
ऑफिस, घर और पैरेंटिंग इन तीनों एरिया को बैलेंस करने के लिए सबसे पहला कदम है रोजाना का प्लान पहले ही तैयार कर लें. ऑफिस में क्या-क्या करना है, घर में खाना क्या बनेगा और तैयारी क्या करनी है, बच्चों के सामान और हाउस हेल्प के कौन से काम निपटाने हैं, ये सब एक दिन पहले ही सोचकर रखें. इस काम से जुड़े व्यक्ति को भी पहले ही बता दें ताकि आपका उस दिन का मिशन पूरा होने में कई रुकावट न आए. 

गोल होने चाहिए रिएलिस्टिक
आपके दिन भर के काम हों, ऑफिस के टारगेट या फिर बच्चों से जुड़े कोई भी काम जासे कि उनकी पढ़ाने या उन्हें एक्स्ट्रा क्लासेस ले जाना हो, ये सब प्लान एक दिन पहले ही बना लें. इस बात को ध्यान में रखें कि आप जो भी गोल्स बना रहे हों वो रिएलिस्टिक होना चाहिए.

काम को सही तरीके से पूरा करने का पहला कदम है कि जब योजना बनाएं तो आपको उसमें सफलता भी मिले, वरना सब बेकार और कांफिडेंस कम होगा वो अलग. ऐसे ही कामों की ही योजना बनाएं जो तीनों जिम्मेदारियों के बीच पूरे किए जा सकें.

न बनें वन मैन आर्मी
जब माता-पिता दोनों कामकाजी होते हैं जरूरी है कि जिम्मेदारियां भी दोनों उठाएं. ये इन तीनों एरिया में तालमेल बैठाने का एक बेहतर तरीका भी है. अकेले ही सब करने से कई काम बिगड़ जाते हैं, जिससे काम तो बढ़ता है और फस्ट्रेशन भी होने लगती है.

ऐसे में अपने पार्टनर के साथ बैठकर इस मुद्दे पर बात करें और जिम्मेदारियां बांट लें. अगर घर में और भी सदस्य रहते हैं तो उनके साथ भी काम बांट लें. इससे आपके लिए ऑफिस, घर और पैरेंटिंग इन तीनों एरिया को बैलेंस करना आसान हो जाएगा. 

 

 

 



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