राज्य में मध्याह्न भोजन के क्रियान्वयन संबंधी दैनिक प्रतिवेदन नहीं देने वाले प्रधानाध्यापकों पर जल्द अनुशासनिक कार्रवाई होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने एक से दस अप्रैल तक मध्याह्न भोजन की दैनिक समीक्षा प्रतिवेदन मोबाइल वॉट्सऐप पर नहीं भेजने वाले प्रधानाध्यापकों को चिन्हित कर कार्रवाई संबंधी रिपोर्ट सभी जिलों से मांगी है।
वहीं, इस मामले में जिम्मेवार प्रखंड संसाधन सेविकाओं के वेतन बंद कर उनके ऊपर कार्रवाई की रिपोर्ट जल्द देने को कहा गया है। इस संबंध में मध्याह्न भोजन निदेशक मिथिलेश मिश्रा ने सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया है।
उन्होंने अपने निर्देश में कहा है कि एक से दस अप्रैल तक लगातार प्रधानाध्यापकों के मोबाइल वाट्एसएप पर कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला है। यह गंभीर मामला है।
इससे प्रतीत होता है कि संबंधित प्रखंड साधन सेवी द्वारा प्रतिदिन दोपहर में मध्याह्न भोजन के क्रियान्वयन का अनुश्रवण नहीं किया जा रहा है, जो प्रखंड साधन सेवी के कमजोर अनुश्रवण एवं कार्य के प्रति लापरवारही को दर्शाता है।
इस संबंध में निर्देश दिया जाता है कि संबंधित प्रखंड साधन सेवी का वेतन अगले आदेश तक तत्काल बंद करें और उनसे स्पष्टीकरण लें कि क्यों नहीं कमजोर अनुश्रवण एवं कार्य के प्रति लापरवाही के लिए उनके तीन दिन के वेतन की कटौती कर विभागीय खाता में जमा कर दिया जाए।
स्पष्टीकरण के प्रति अपने मंतव्य एवं कार्रवाई संबंधी प्रतिवेदन मुख्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। यदि 11 से 20 अप्रैल तक भी यही स्थिति बनी रहती है, तो यह माना जाएगा कि प्रधानाध्यापक या प्रभारी प्रधानाध्यापक जानबूझकर मध्याह्न भोजन के क्रियान्वयन को लेकर अपने मोबाइल पर उत्तर नहीं दे रहे हैं । ऐसे में उनके विरूद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
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