गाड़ी फ्यूल-अप कराते समय अगर आपने गलती से पेट्रोल की जगह डीजल या डीजल की जगह पेट्रोल चला जाता है, तो तुरंत सावधानी बरतने की जरूरत है।
अगर आपको अपनी गलती तुरंत पता चल गई है, तो गाड़ी इग्निशन चालू करने से बचें। अपनी कार को सुरक्षित स्थान पर ले जाएं और अपने कार निर्माता की ग्राहक सेवा से संपर्क करें। RSA आपको अपने वाहन को निकटतम सर्विस स्टेशन पर ले जाने और ईंधन निकालने में मदद करेगा। आइए, जान लेते हैं कि गलत फ्यूल चले जाने पर क्या करना चाहिए?
डीजल की जगह पेट्रोल
डीजल कार में पेट्रोल भरना ज्यादा नुकसानदेह हो सकता है। सर्विस सेंटर पेट्रोल निकालने के बाद फ्यूल लाइन्स को फ्लश और साफ करेगा। साथ ही ईंधन फिल्टर को बदलने की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि, अगर डीजल कार के टैंक में केवल 5% पेट्रोल गया है, तो आप बाकी हिस्से में डीजल भर सकते हैं। इतनी कम मात्रा में डीजल होने से इंजन पर कोई ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ने वाला है।
पेट्रोल की जगह डीजल
आपकी गाड़ी में पेट्रोल की जगह डीजल चला जाता है, तो नुकसान आमतौर पर सीमित होता है। पेट्रोल, डीजल की तुलना में कहीं अधिक रिफाइन होता है और इंजन के स्पार्क प्लग से निकलने वाली चिंगारी से इग्निशन बनाता है।
अगर पेट्रोल कार के इंजन को उसके टैंक में डीजल के साथ क्रैंक किया जाता है, तो स्पार्क प्लग और फ्यूल सिस्टम डीजल से बंद हो जाएगा। साथ ही फ्यूल फिल्टर भी खराब हो जाएगा। ऐसे में कार रुक जाएगी और इंजन में मिसफायर होगा और बहुत अधिक धुआं निकलेगा। ऐसे में आपको डीजल को पूरी तरह साफ करना होगा।
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