स्मार्टफोन हमारी अहम जरूरतों में से एक है। ऐसे में अगर कोई आपके फोन को हैक कर लें तो? ऐसा हो सकता है, क्योंकि कई ऐसे संदिग्ध ऐप है, जो हकर्स को आपके फोन में बिना आपको बताए या आपकी मर्जी के स्पाईवेयर डाल देते हैं।
हाल ही में WhatsApp में मिली एक खामी के कारण हैकर्स iOS या Android डिवाइस पर बिना फोन के यूजर को पता लगे ही स्पाइवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं। हालांकि WhatsApp ने अपने सर्वर और ऐप के अपडेट के जरिए इस परेशानी से मुक्ति पा ली है। लेकिन कई ऐसे ऐप्स हैं, जिनके बारे में आप कुछ नहीं जानते हैं।
Google Play Protect की लें मदद
- अच्छी बात ये हैं कि आप इन ऐप्स की पहचान कर सकते हैं जिसमें Google आपकी मदद कर सकता है।
- बता दें कि Google Play Protect हर दिन 50 बिलियन ऐप को स्कैन करता है, ताकि किसी भी खराब ऐप को पहचाना और हटाया जा सके।
- जब इस ऐप को लॉन्च किया गया, तो यह सेवा सिर्फ Play स्टोर से इंस्टॉल किए गए ऐप को स्कैन करती थी।
- मगर समय के साथ यह आपके डिवाइस पर इंस्टॉल किए गए हर ऐप को स्कैन करता है, चाहे उसका सोर्स कोई भी हो।
- अपने डिवाइस में Android डिवाइस की पिछली स्कैन स्टेटस देखने Play Protect सक्षम करें। इसके लिए सेटिंग्स > सुरक्षा पर जाएं।
- यहां आपको Google Play Protect मिलेगा इसे टैप करें।
- आपको हाल ही में स्कैन किए गए ऐप्स की लिस्ट दिखाई जाएगी।
- इसमें आपको हानिकारक ऐप की लिस्ट और अपने डिवाइस को स्कैन करने का विकल्प मिलेगा।
ऐप को डाउनलोड करने से पहले करें वेरिफाई
- Play स्टोर से किसी ऐप की इस्टॉलेशन के दौरान आपको प्रोग्रेस बार के नीचे Play Protect बैज मिलेगा।
- यह आपको आश्वस्त करता है कि ऐप को 'Play Protect से वेरिफाई किया गया है।
- किसी ऐप को स्कैन करने तथा Play स्टोर के लिए स्वीकृत करने के बाद, इसका मतलब यह नहीं है कि कोई बुरा व्यक्ति भविष्य के ऐप अपडेट में कुछ गलत नहीं डालेगा।
अच्छी बात ये है कि Google आपको Play स्टोर में अपडेट सेक्शन के टॉप पर दिखाएगा कि अपडेट डाउनलोड करने के लिए सुरक्षित हैं या नहीं।
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