Truecaller ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) वॉइस कॉल स्केनर फीचर पेश किया है। ट्रूकॉलर का यह फीचर यूजर्स को उनके फोन में आने वाले एआई कॉल पर रियल टाइम वार्निंग देगा। इस फीचर को रिलीज करते हुए कंपनी ने बताया कि उन्होंने अपने एआई मॉडल को इस तरह तैयार किया है कि वह एआई जेनरेटेड आवाज और इंसानों की आवाज में अंतर कर पाएगा। हालांकि, कंपनी ने फिलहाल इसे लेकर कुछ भी ज्यादा जानकारी शेयर नहीं है।
कैसे काम करेगा ये फीचर
फोन में आने वाली कॉल एआई जेनरेटेड है, इसकी पहचान करने के लिए कॉल रिसीव करने के बाद यूजर को Truecaller के लिए डेडिकेटेड बटन पर क्लिक कर कॉल को ट्रूकॉल के फोन लाइन से मर्ज करना होगा। यह कॉलर की वॉइस सैंपल को रिकॉर्ड कर बताएगा कि कॉल एआई जेनरेटेड है या नहीं।
क्यों जरूरी है ये फीचर
स्पैम कॉल और मैसेज भारत समेत दुनियाभर में बड़ी मुसीबत बनते जा रहे हैं। हाल के दिनों में एआई इनेबल कॉल (डीपफेक) से जुड़े कई मामले सामने आ चुके हैं। स्कैमर्स सोशल मीडिया और दूसरे प्लेटफॉर्म से यूजर्स के वॉइस सैंपल चुरा लेते हैं। इससे वे उनके घरवालों को कॉल कर धोखाधड़ी करते हैं।
इन स्कैम कॉल से लड़ने में ट्रूकॉलर का यह फीचर काफी मददगार साबित हो सकता है। टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने साइबर क्राइम से संबंधित 20 लाख मोबाइल नंबर ब्लॉक किए हैं।
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